हेल्लो दोस्तों आप सभी का स्वागत है हमारे ब्लोग पर दोस्तों हम यहाँ पर मकेनिकल वर्क जैसे वेल्डर फिटर ग्राइन्डर के बारे मे जानकारी देते है तो चलिए सुरु करते हैं ।
दोस्तो पोलेरिटी दो प्रकार की होती है।
(1) D. C. E. P
(2) D. C. E. N
(D. C. E. P) का मतलब है डायरेक्ट करंट इलेक्ट्रोड पोजीटीव पोइंट + मे होता है इस पोलेरिटी मे जब हम वेल्डींग करते हैं तो जो इलेक्ट्रोड है वो प्लस वाले होल्डर में होता है
(D. C. E. N) का मतलब है डायरेक्ट करंट इलेक्ट्रोड नेगेटिव पोइंट - मे होता है इस पोलेरिटी मे जब हम वेल्डींग करते है तो जो इलेक्ट्रोड है वो माइनस (-) वाले होल्डर में होता है
तो दोस्तो आप मालुम हो गया कि पोलेरिटी कितने प्रकार की होती है अगर आप को यह जानकारी अच्छा लगा तो इस पोस्ट को लाइक और शेयर करे और इस तरह की जानकारी पाने के लिए हमें फालो करें।
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